Compositor: Irshad Kamil / Tanishk Bagchi / Ganesh Waghela
मैं बन थान के रिझाती ह
हटाती हूँ मैं हर पर्द
तू मुझको दर्द दे देन
कोई मीठा सा बेदर्द
प्यारा मुझे तू लगा ह
सोया इरादा जगा ह
मना करे तो दगा ह
आँखों ने तेरी ठगा ह
सूनी सी ये तो जगह ह
सीने में होने ह
के जैसे टिंगलिंग सजना सजन
के जैसे टिंगलिंग सजना सजन
ऐसा कोई जलवा दिखा दे गोरीय
जो कि सारी दुनिया भुला दे गोरीय
शोलों जैसी तपती जवानी है तेर
थोड़ा मुझे इसमें जला दे गोरीय
आग भी हूँ मैं शोल भी ह
मैं ही ठंडा पान
आज तुम्हारी हूँ मैं लेकिन
कल को मैं बेगान
मेरी चौखट पे आते ह
आशिक प्यासे प्यास
प्यार बढ़ाना प्यास बुझान
मेरा धंधा पान
टिंगलिंग सजना सजन
टिंगलिंग सजना सजन
मैं बन थान के रिझाती ह
हटाती हूँ मैं हर पर्द
तू मुझको दर्द दे देन
कोई मीठा सा बेदर्द
जैसे कहेगी करूंग
पानी मैं तेरा भरूंग
मौका न जाने मैं दूंग
सीने में तेरे रहूंग
लहरों में तेरी बहूंग
कानों में तेरे कहूंग
टिंगलिंग सजन
तू है मेर
टिंगलिंग सजन
तू है मेर
टिंगलिंग सजन
तू है मेर
टिंगलिंग सजन
तू है मेर